White जय परमेश्वर सोमें;आपलोगोंको समझानेकेवास्ते; | हिंदी भक्ति

"White जय परमेश्वर सोमें;आपलोगोंको समझानेकेवास्ते;राक्षसीपापका हाललीखरहाहूं कियह बनीये बङेजाली ओरःबदकारहेंःकिबादशाहसे कसम धर्मखाकेभी,बाज नहीरहेहें!तोअब कीसतरहसे रहसक्तेहें सोअबतुम राजा बादशाहःईनबनीयोंका भरोसा नकरके ईनकेपापको फोरनछोडाओ ओर पहले बादशाहों : कीतरहसे ईनबनीयोंसे कसमधर्म नलोगे और नअबईनके धोकेमेआओगे क्युंकि ईनकी: कसमकाकुछ-भरोसानही? अगर बादशाहको ऐसामालुमहोता किबनीये-अपनी. कसमपर नरहेंगे ओर हमसेही!बगावतकरेंगे!अगरचे बादशाहको ऐसा;मालुम होतातो ईनबनीयोंको हरगीज२जींन्दा नरहनेदेता ओर नकसमका भरोसाकरते:..... ( ६२ ) अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५ M. No. :- 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©JAGAT HITKARNI 274"

 White जय परमेश्वर 
सोमें;आपलोगोंको समझानेकेवास्ते;राक्षसीपापका हाललीखरहाहूं कियह बनीये बङेजाली ओरःबदकारहेंःकिबादशाहसे कसम धर्मखाकेभी,बाज नहीरहेहें!तोअब कीसतरहसे रहसक्तेहें सोअबतुम राजा बादशाहःईनबनीयोंका भरोसा नकरके ईनकेपापको फोरनछोडाओ ओर पहले बादशाहों : कीतरहसे ईनबनीयोंसे कसमधर्म नलोगे और नअबईनके धोकेमेआओगे क्युंकि ईनकी: कसमकाकुछ-भरोसानही? अगर बादशाहको ऐसामालुमहोता किबनीये-अपनी. कसमपर नरहेंगे ओर हमसेही!बगावतकरेंगे!अगरचे बादशाहको ऐसा;मालुम होतातो ईनबनीयोंको हरगीज२जींन्दा नरहनेदेता ओर नकसमका भरोसाकरते:..... ( ६२ )

अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- 
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो 
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७  (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org

©JAGAT HITKARNI 274

White जय परमेश्वर सोमें;आपलोगोंको समझानेकेवास्ते;राक्षसीपापका हाललीखरहाहूं कियह बनीये बङेजाली ओरःबदकारहेंःकिबादशाहसे कसम धर्मखाकेभी,बाज नहीरहेहें!तोअब कीसतरहसे रहसक्तेहें सोअबतुम राजा बादशाहःईनबनीयोंका भरोसा नकरके ईनकेपापको फोरनछोडाओ ओर पहले बादशाहों : कीतरहसे ईनबनीयोंसे कसमधर्म नलोगे और नअबईनके धोकेमेआओगे क्युंकि ईनकी: कसमकाकुछ-भरोसानही? अगर बादशाहको ऐसामालुमहोता किबनीये-अपनी. कसमपर नरहेंगे ओर हमसेही!बगावतकरेंगे!अगरचे बादशाहको ऐसा;मालुम होतातो ईनबनीयोंको हरगीज२जींन्दा नरहनेदेता ओर नकसमका भरोसाकरते:..... ( ६२ ) अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७ (राज.) ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५ M. No. :- 8905653801 www.jagathitkarnioriginal.org ©JAGAT HITKARNI 274

#sad_shayari हनुमान चालीसा Extraterrestrial life Hinduism भक्ति संगीत हर हर महादेव

People who shared love close

More like this

Trending Topic