बच्चे! जिनसे घर रौशन है, जिनसे ज़िन्दगी गुलज़ार है, जिनसे कविता और कहानियां हैं, जिनसे तीज और त्यौहार हैं, जिनसे प्यार और दुलार है, जिनसे दरेरा देकर कराया जाता हर काम है, वही बच्चे! जो फूलों की तरह महकते हैं, जो चिड़ियों की तरह चहकते हैं, जो भौरों की तरह गुनगुनाते हैं, जो सूरज की तरह चमकते हैं, जो चाँद की तरह शीतलता बिखरते हैं, जो तारों की तरह टिम-टिमाते हैं, जो आंसुओं को उनकी जगह दिखाते हैं, जो क्षण-क्षण में जीना सिखाते हैं, क्षण में किलकते हैं और अगले ही क्षण में बिलखते हैं, क्षण भर में रूठ जाते हैं और अगले ही क्षण में मान जाते हैं, क्षण में आकाश चूम आते हैं और अगले ही क्षण मिट्टी चख लेते हैं, धन्यवाद बच्चों! हमें ज़िन्दगी से मिलवाने के लिए, हमारे गीले गालों पर अपनी मुस्कान चिपकाने के लिए ✨💕💕💕💕
©ख़्वाबों की दुनिया
#children'sDay