#ग़ज़ल
निकले ग़म के मारे लोग..
इस दुनिया के सारे लोग..
हाल बताते, बीच-बीच में,,
रोते थे बेचारे लोग...
सुना है, जल्दी ऊपर जाकर,,
बन जाते है, तारे लोग..
मारे-मारे घूम रहे हैं,,
अच्छे-अच्छे, प्यारे लोग..
घर का सुख हम क्या बतलायें??
हम ठहरे बंजारे लोग.
©Kavi Sachin Shashvat
#Shayar #poetry #KaviSachinShashvat #nojoto #nojotohindi @Banjara @Neeraj @Harry Banda अम्बिका मिश्र प्रखर सचिन सारस्वत