मासूमियत हममे तब थी................
जब हम किसी को नग्न नहाते देखते
फिर भी मन में बुरे विचार नहीं आते,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम लड़के-लड़कियों में भेद न कर
साथ-मिलकर खेला करते थे,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम किसी के पहनावे पर
तंज न कसा करते थे,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम अपनों के झगड़ो को
नजर अंदाज किया करते थे,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम मना करने के बवजूद भी
सच बोला करते थे,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम अपने आप में जिया करते थे,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम अपनी भोली भाली बातों से
दूसरे का दिल जीता करते थे,
मासूमियत हममे तब थी................
जब हम सबसे एक जैसा प्यार किया करते थे
©Sankranti
#मासूमियत हममे तब थी...