"2122/2122/212
"एक सूरत एक सी तस्वीर है"
यानी दोनों ही तरफ़ कश्मीर है
इक गयी तो दूसरी हाज़िर हुई
आपकी कितनी सही तक़दीर है
जंग अपनी हिज्र से कैसे लड़ूँ
आँख में आँसू है दिल में तीर है
भागने वाले खज़ाना ले गए
इसलिए भी घर में सब दिलगीर हैं
कौन सा दफ़्तर है कैसे लोग हैं
हाथ पर घड़ियाँ नही ज़ंजीर है
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