मैनें मीठे शब्दों के पीछे देखी है जलन
इन हंसते चेहरों के पीछे, मैंने देखी है गहरी थकन।
यूँ ही नहीं बदले हैं अचानक से लोगों के रवैये
सजदा करते नज़रों में भी, मैंने देखी है चुभन।
सपनों की बातें करते हुए सोये लोगों को
हकीकत की राहों में भी, मैंने देखी है उलझन।
हर एक रिश्ते के अन्दर छुपी हुई सच्चाई को
मुस्कुराते होंठों के पीछे, मैंने देखी है घुटन।
ये दुनियादारी की रीत समझ पाई नहीं मैं
हर खूबसूरत चेहरे के पीछेभी, मैंने देखी है दुश्मन।
❤️❤️ Vaish-New ❤️
©Vaishnavi Pardakhe
#mukhota