ऐ ज़िन्दगी तुमने अब क्यों रोका है मुझे
ये एक धोखा है या दिया एक मौका मुझे
क्या मैं चल नही रहा था
या भूल गया था रास्ता मन्जिल का
जो मैं कर रहा था क्या हकीकत नही था ,
या देखा जो ख्वाब मैने
उसका हकदार ए मन्जिल कोई ओर था
ऐ ज़िन्दगी पहले क्यों नही टोका जो अब रोका मुझे
ये एक धोखा है या दिया एक मौका मुझे....
#Destiny