।।लफ्ज है प्यार केलिए।।
मैं लफ्ज नहीं एहसास लिखती हूं,
बिखर जाती हूं तो जज्बात लिखती हूं।
देखा किनारे से लहरों को मौजे मरते हुए,
में तेरे अश्कों को समंदर लिखती हूं।
बड़े सिद्दत्त से दिल लगाया था तुमसे,
उसी प्यार को पूजा लिखती हूं।
झुलसा देता हैं समाज का नफरत मुझे,
तेरे सादगी को में अपना गुरूर लिखती हूं।
कभी कभी तेरे गलतियां भी अच्छे लगने लगा हैं मुझे,
तेरे हर गलतियों को बचपना लिखती हूं।
तेरे तारीफ मैं अल्फाजों की कमी पड़ रही हैं मुझे,
उसी अंदाज को मासूमियत लिखती हूं।
तेरे आगे दुनिया भी छोटी लगनी लगी हैं मुझे,
में तारीफ मे तुझे कायनात लिखती हूं।
©Soumyashree Satapathy
#sadquotes #जज्बात #जज़्बात #Lafz #poem #poem✍🧡🧡💛 #lovers #lover #एहसास #ehsaas