हमें मालूम है, खो दिया तुमने अपनों को,
हमें मालूम है, तुम रोक नहीं पा रहे आसुओं को,
हमें मालूम है, वो क्षति पूर्ति कभी न हो पाएगी,
हमें मालूम है, किसी की बातें अब नहीं सुहाएगी,
तुम कहोगे की हम नहीं समझ सकते तुहारा गम,
पर यकीं मानो तुम्हारे दर्द से भी वाकिफ हैं हम,
हम जानते हैं, कोई दस्तूर तब काम नहीं करते,
जब कोई अपनो को खोता है, लव्ज़ काम नहीं करते,
हम जानते है, जिन्हें खो दिया वो वापस नहीं आएंगे,
पर यकीं मानो दोस्त, वो इससे बेहतर जगह जाएंगे,
और जहां कहीं भी होंगे, तुम्हें बखूबी देख पाएंगें,
तुम बस थोड़ी हिम्मत रखना मेरे यारा,
बेहद दर्द है, पर खड़े होकर चलना दोबारा,
ताकि वो हो सके खुश देख कर तुम्हें,
ऐ दोस्त, अब ये ज़िम्मा भी है तुम्हारा।
©Manisha Sharma
#SuperBloodMoon