ऐसा भारत में शायद ही कोई अभागा होगा जिन्होंने मुहम्मद रफ़ी साहब की आवाज़ ना सुनी हो, बहुत ही ख़ूबसूरत आवाज़ के धनी रफ़ी साहब गायन की चाहे जो भी विधा हो, उन्होंने अपनी गहरी छाप छोड़ी है, फ़िर चाहे प्रेम गीत हो, ग़म के गीत हो, ख़ुशी के गीत हो, कव्वाली हो, ग़ज़ल हो या फ़िर भक्ति गीत हो, रफ़ी साहब बस लाजवाब ह