शुभ दिन🙏🙏
रिश्तों को भावनाओं के संग मिलने तो दो
खुल कर गलतफहमियों को कहने तो दो
भावुक है मन अब ये पल और ये वक्त भी
आंखों से अश्कों के मोती झरने तो दो
उम्मीद राहत की नज़र जब नहीं आती
रोशनाई धूप को अब आंखों में भरने तो दो
संबंधों के उदय होते नए रास्तों के कोर पर
बूंदे आंसुओं की मलहम बन निकलने तो दो
मन ही मन घुट घुट जीना अच्छा नहीं यारों
अब खामोशियों को जुबां पर उतरने तो दो
भीतर से है ये दिल खरा आज भी
अनुभव अब मीठे खारे चुनने तो दो
Priyanka Singh ✍️
©Priyanka Panwar
#BehtaLamha