अगर रोए कभी जो तुम
तो आंसूओं से मैं भीग जाऊं
चाहा है मैंने
हमेशा हंसते रहो तुम
और तुम्हारी खिलखिलाहट मैं बन जाऊं
गम उठा लुं तुम्हारे सारे जिंदगी के
और गमगीन मैं बन जाऊं
रंग दे दूं सारे जिंदगी के तुम्हें
और रंगहीन मैं बन जाऊं
अगर आए मौत जो तुम्हें
तो लाश मैं बन जाऊं
दे दूं तुम्हें जिंदगी
और याद मैं बन जाऊं
तुमसे सिर्फ एक ही ख्वाइश है
तुम मेरी और मैं तुम्हारी जिंदगी बन जाऊं
©कलम की दुनिया
#इजहार