दिल की बात कहें तो किससे
वो है बहुत खास कहें तो किससे
दिन रात रहता है ख्वाबों के रूबरू
वो दूर आंखो से पर दिल के है पास
कहें तो किससे...
जमाने से डर न जाने वो मुझसे है बेखबर
वो ख्वाब वो टूटती नींद कहें तो किससे
वो है बहुत खास.......
झरोखों से देखना
वो चुपके से छू देना
वो इंतजार वो अनजाना प्यार
अब जीना है दुश्वार
कहें तो किस्से
दिल की बात कहें तो किससे
©Aaryan lalit
#dilkibaat