White दास्ताँ ए इश्क नजर नहीं आता.
सिसकिया जो कोई सुन नहीं पाता.
खामोशी जरिया होती हैं.
आँखे दरिया होती हैं.
फ़ना जसबात होते हैं.
हर टूटे दिल के एक से हालात होते हैं.
कभी फरेब तो कभी फर्ज,
इसका ना कोई मर्ज होता हैं.
लेकिन इश़्क मैं ही सुकून होता है.
©Shweta Tiwari
#dasta a ishak...