सियासतों की लड़ाई में सेना गयी बुलाई है
कहते है कुछ नीच लोगो ने दिल्ली आज जलायी है
कितना खुद को दिखलाओगे कितना गिरना है तुमको
बतलाओ न हमसे तुम सिखलायेंगे हम तुमको
धर्म के नाम पे पत्थर फेको मासूमो का सर फोड़ो
आजादी की माँग करो ऊपर से घर भी तोड़ो
सालों जिस दिन सनक गए न ऐसा सबक सिखाएंगे
आजादी तो दूर रही फिर छठी का दूध याद दिलाएंगे
बात बोलने दिया था तुमको जोड़े भी थे हाथ
तो तुमने क्या सोचा था कि नही है कोई साथ
सोच समझकर कर कदम उठाना बचके नहीं जा पाओगे
वो भी पेले गए थे बेटा तुम भी पेले जाओगे
कर्म जो अपना सही रखोगे बची रहेगी छाती
सुधारोगे जो नही अगर तुम पाओगे फिर लाठी
तुम बिन भारत चल जायेगा अमर रहेगा हिन्दुस्तान
हाथ जोड़कर विनती है बेटा नहीं बचाओ तुम संविधान
खत्म करो ये मार पीट को बंद करो ये लड़ाई
बहुत हुआ सम्मान तुम्हारी माँ को ---- भाई
कहते कहते बात तुम्हारी आँख मेरी भर आई है
कहते है सियासतों की लड़ाई में सेना गयी बुलाई है
@_गुमनाम_यादें_
(अमन)