#Pehlealfaaz मैं अपनी कहानियां कागज पर उतारा करता था
अपने जज़्बात सबको बतलाया करता था
बैठ खामोश सा जमाने की हालत को देख
अकेले में आँसू बहाया करता था
वक़्त के हाथों लाचार सा गुमसुम
हर रोज नई कहानी बनाया करता था
कभी लिखता था फलसफा अपना
कभी दुनिया का हाल बताया करता था
मजा बचपन में ही था वो अब कहाँ
छोटी सी खुशी पूरा दिन बिताया करता था
अब जगह नही लोगों के दिलों में
कभी एक दिए से पूरा घर सजाया करता था
हो गए हैं सब गैर–दिल का हाल नही जानते
मैं बैठ पकड़े कलम सबको जगाया करता था
©Aaryan lalit
#Pehlealfaaz Akash Gupta Soubhagyalaxmi Juliet ❣ Deepshikha Gautam Soulful Words Princesslappi