तेरे होठों पे बयां है कोई खास अहसास नजरें झुका क | हिंदी शायरी
"तेरे होठों पे बयां है
कोई खास अहसास
नजरें झुका के चलना
कोई पढ़ न ले रात की बात
तेरे चेहरे में छिपे हैं कई राज
कोई पूछे मत बताना रात की बात
✍️ गुमनाम शायर"
तेरे होठों पे बयां है
कोई खास अहसास
नजरें झुका के चलना
कोई पढ़ न ले रात की बात
तेरे चेहरे में छिपे हैं कई राज
कोई पूछे मत बताना रात की बात
✍️ गुमनाम शायर