कभी कभी खयाल आता है की
अगर कास अब हम साथ होते
तो मुझे तुम्हे खयालों में
ढूंढना नहीं पड़ता
कभी कभी खयाल आता है की
तुम मुझे उन खयालों में ढूंढते हो
जिनमे मेने तुम्हे ढूंढकर
छुपाया है।
कभी कभी खयाल आता है की
तुम मेरे ख्याल का खयाल
करतेहो वही बहोत है ।
मेरे खयाल के लिए।
©Archana Sundesa
खयाल
#khayal