"मैंने सब लुटाया है मोहब्बत में मेरी वसीयत में
अब कुछ भी नहीं
जिंदगी के ऐसे छोर पर खड़ा जिसके
अब आगे कुछ भी नहीं
माना एक तुम ही खूबसूरत नहीं जहां में
यह चांद सितारे नदी पहाड़ नजारे सब देखें मगर तजुर्बा कहता है,
तुम्हारे आगे यह कुछ भी नहीं.....
©harrry
"