छोड़ रहा हूँ धीरे धीरे आस उसके लौट आने की,
समझा रहा हूँ पागल दिले बीमार को
कोशिश कर रहा हूँ उसकी यादों को मिटाने की,
कभी हसरत थी उसको देखने और गले से लगाने की,
अब दुआ है रब्ब से की प्रीत मर भी जाए अगर उसे
इजाज़त ना हो आखरी पल सूरत मेरी देख पाने की,,,
💔💔
©Teरa PरeeT Saकshi
#आखरी_पल @gudiya @Parvaiz Ahmed @brokenheart201_ Neel Tiwari I.A.S dreamerneha 🌟