लिख कर बोल कर हर तरह तो बताया के इश्क़ है।
तू ही बता के मैंने तुझ से कब छुपाया के इश्क़ है।
मेरी हर बात से ज़ाहिर होते थे जज़्बात मेरे।
फिर तू कैसे ना समझ पाया के इश्क़ है।
मुझे इलज़ाम ना दे एकतरफा मोहब्बत का।
तेरी आंखों में भी नज़र आया था के इश्क़ है।
मेरे इज़हार पे तेरे इकरार की मोहर थी जाना।
मैने तुझ से भी कहलवाया था के इश्क़ है।
तूने तो कह दिया के भूल जा मुझे ~सनम
मैंने जो अब तक ना भुलाया के इश्क़ है।
©Mohd Shuaib Malik~सनम
#snowfall