शीश नवाते हैं,दिल से बुलाते हैं,मोदक तुम्हे चढ़ाते हैं।
कष्टविनाशक,मूसकवाहक सुन्दर आसन पर बैठाते हैं।
दीपक घी का जलाकर गजानन,रिद्धि- सिद्धि संग,
कर आवाह्न,गणपति बप्पा मोरइया! की धुन में रमते जाते हैं।
गणेश चतुर्थी की हार्दिक शुभ कामनाएँ
©Shweta Duhan Deshwal
#GaneshChaturthi