जब जब दर्द का बादल छाया,
जब गम का साया लहराया
जब आँसू पलकों तक आया,
जब ये तनहा दिल घबराया
हमने दिल को ये समझाया,
दिल आखिर तू क्यों रोता है..
दुनिया में युही होता है..
ये जो गहरे सन्नाटे हैं..
वक्त ने सब को ही बांटे हैं
थोडा गम है सबका किस्सा..
थोड़ी धुप है सब का हिस्सा
आँख तेरी बेकार ही नम है,
हर पल एक नया मौसम है
क्यूँ तू ऐसे पल खोता है..
दिल आखिर तू क्यूँ रोता है..
©Mrityunjay Ranjan
#LostInSky