सिर में दर्द है
मौसम भी सर्द है
Exam की ये बात है
पढ़ते है हम सारी सारी रात है
पर किताबो ने भी ठानी है
हमको समझ में नहीं आनी है
साल भर ऐश था
मनोरंजन ही विशेष था
दो दिन बचे है अब होगी तैयारी कैसे
बुद्धि भी सड़ गई है
अब तो है हम बुरे फंसे
ये pareshani
Hai is bat ki निशानी
ये याद है हमे
की देश का आज और भविष्य है हम
ईमानदारी से देंगे परीक्षा ये खाते है कसम
__प्रिया
©Siya Siya