**रख सको अगर तो एक निशानी हूँ मैं... खो दिया तो एक कहानी हूँ मैं... 😢
रोक ना पाये जिसको दुनिया सारी .... वो एक बूँद आँख का पानी हूँ मैं...
इस अजनबी दुनिया में एक अकेला ख़्वाब हूँ मैं... सवालों से ख़फ़ा एक छोटा सा जवाब हूँ मैं...
जिसने ना समझा उसके लिए " कौन ". जो समझ गया उसके लिए खुली किताब हूँ मैं...**
हां ऐसी ही हूं मैं।।
©Akriti Singh
#Khuli kitab