मन की आखों से देखों क्योंकि मन की आंखों से देखो क्योंकि मै तुम्हारा हूँ, जिसे मै भूल गया था फिर उसी इश्क का मारा हूँ, ये सच है कि इश्क हरदम जवां रहता है ,मुझे आज भी गुमान है मै कुवारा हूँ,
काश वो दिन फिर लौट कर आते हम तुमसे मिलने को गली के चक्कर लगाते,तुम्हारी एक झलक पाने के लिए तडपते मचल जाते,काश वो दिन......
अब तो वही शाम वही सवेरा है,दिन ढलने को है,इस पंक्षी का उसी डाल पर बसेरा है।
ओक फ्रेड्स फिर मिलेंगे।
©vinodkumar
#AdhureVakya