जब से तुम मुझे मिले मानो मेरी जिन्दगी ही बदल गई,
पता नहीं कब और कैसे पर मुझे बेहिसाब खुशियां मिल गई,
यूं तो कई दोस्त बनाए मैंने, पर तू ना जाने क्यूं बहुत खास सी हो गई,
शायद मिलाना चाहता था वो रब भी हमें, तभी तो लाखों करोड़ों लोगों की भीड़ में तेरी मुझसे और मेरी तुझसे दोस्ती हो गई,
पहली बार जब मिले थे तब अनजान थे एक दूसरे के लिए ,
और आज, आज हमारी दोस्ती इतनी गहरी हो गई की,
अगर एक दिन बात ना हो तो मन उदास हो जाता है,
तू अगर रोए तो मुझे इसका आभास हो जाता है,