इंसान को हमेशा लगता रहा है
कि वह अपने प्रेम से किसी को भी बदल सकता है
किसी के बार-बार घाव देने के बावजूद सामने वाले
के एक बुलावे पर दौड़ जाता है उसे लगता है
इस बार वह बदल गया होगा
जबकि सब झूठ होता है
कुछ ही दिनों के बाद वह #बनावटी परत उतरने लगती है
और बनावटीपन उजागर हो जाता है