बिछड़के तुमसे कहा जायेंगे फूल मूरझा जायेंगे
मोहब्बत का गुलिस्ता अभी खिलने ही वाला था
सुलगती आग में जलने ही वाला था
तूफान उड़ा ले गया हसीन वादियों के सपने
गैरसे मिलने लगे वो कहने वाले अपने
गोता लगाने वाले मोहब्बत के कहीं समा जायेंगे
फूल मूरझा जायेंगे
©Roshni Yadav