उस सर्द सुबह को उसने मिलने बुलाया था और मैं मना भी
"उस सर्द सुबह को उसने मिलने बुलाया था और मैं मना भी करता तो कैसे करता...
आखिर दिल में तो मेरे भी मिलने का अरमान था
इसलिए बेहतर तो यही था
के मैं सोचने में वक़्त ज़ाया ना करता🙂"
उस सर्द सुबह को उसने मिलने बुलाया था और मैं मना भी करता तो कैसे करता...
आखिर दिल में तो मेरे भी मिलने का अरमान था
इसलिए बेहतर तो यही था
के मैं सोचने में वक़्त ज़ाया ना करता🙂