रौशनी का त्यौहार है, आओ दीपों से रंग भर दें, जगमग | हिंदी कविता
"रौशनी का त्यौहार है,
आओ दीपों से रंग भर दें,
जगमग हो जहां सारा,
अपने मन को भी जगमग कर दें,
सत्य की असत्य पर विजय हो,
नए सूरज का उदय हो,
आओ नई रीत चला कर कुरीतियों को विदा कर दें💥"
रौशनी का त्यौहार है,
आओ दीपों से रंग भर दें,
जगमग हो जहां सारा,
अपने मन को भी जगमग कर दें,
सत्य की असत्य पर विजय हो,
नए सूरज का उदय हो,
आओ नई रीत चला कर कुरीतियों को विदा कर दें💥