"#FourLinePoetry अब इस दिल को न तो कोई आरज़ू है न कोई चाहत न कोई तमन्ना है तुझे पाने की,
सच कहूं तो ये कायऱ अब बस रोना चाहता हैं
एक नहीं कई ज़मानें गमों से रूलाए तेरे इन बेवफाई के किस्सों ने,
सच कहूं तो ये शायऱ अब बस सोना चाहता हैं।।
©Shivvu Singh Rana"