हँसती आँखों में , सैलाब -ऐ- समुंदर बाकी है कल क् | हिंदी शायरी

"हँसती आँखों में , सैलाब -ऐ- समुंदर बाकी है कल क्या होगा किसे मालूम , अभी आज की "ख़ुशी" बाकी है यूँ मानो............जैसे, हर लम्हा कुछ कहना चाहता हो मुझसे , की , ख़िलते गुलाबों पे अभी " पतझड़ " बाकी है ©Nishabd"

 हँसती आँखों में , 
सैलाब -ऐ- समुंदर बाकी है

कल क्या होगा किसे मालूम , 
अभी आज की "ख़ुशी" बाकी है

यूँ मानो............जैसे,

हर लम्हा कुछ कहना चाहता हो मुझसे ,
की , ख़िलते गुलाबों पे अभी " पतझड़ " बाकी है

©Nishabd

हँसती आँखों में , सैलाब -ऐ- समुंदर बाकी है कल क्या होगा किसे मालूम , अभी आज की "ख़ुशी" बाकी है यूँ मानो............जैसे, हर लम्हा कुछ कहना चाहता हो मुझसे , की , ख़िलते गुलाबों पे अभी " पतझड़ " बाकी है ©Nishabd

#Waqt

People who shared love close

More like this

Trending Topic