सौ बार करो प्यार मगर ये नहीं मुमकिन हो तुम को वो ए | हिंदी शायरी Video
"सौ बार करो प्यार मगर ये नहीं मुमकिन
हो तुम को वो एहसास जो पहले में हुआ था।
बस पहली ही बारिश में से आती है महक वो
मिट्टी के बदन को जहां बूंदों ने छुआ था।
(दिनेश दधीचि)"
सौ बार करो प्यार मगर ये नहीं मुमकिन
हो तुम को वो एहसास जो पहले में हुआ था।
बस पहली ही बारिश में से आती है महक वो
मिट्टी के बदन को जहां बूंदों ने छुआ था।
(दिनेश दधीचि)