#Friendship #Yaari #Yaad #memory #Childhood
चलो ना यादों के पन्नों से वो दिन बटोर लाए,
दिल के हर ज़ख़्म को खेल के मैदान ए मिट्टी से भर आए।
तुमने तो कहा था हम दोस्त है हमेशा,
तो क्यों नाराज़ होता है तू जरा सा,
आज फिर वो कट्टी मिल्ली का खेल खेल आए।
चलो ना यादों के पन्नों से वो दिन बटोर लाए,