कुछ ऐसी अजीब सी कहानी है मेरी
रात का समय था जब वो और मैं पहली बार मिले थे
आंखों ने आंखों से गुप चुप बात करी
उस रात चारो तरफ उजाला ही उजाला था मानो हम उस रोशनी में डूब गए थे
कुछ ऐसी अजीब सी कहानी है मेरी
जब मैने तुम्हे पहली बार देखा,तो तुम अपने हाथों में दिया लिए अपने घर की दहलीज से बाहर आ रही थी
वो पल तो मुझे ऐसा लगा था जैसे,
मेरी सांस तुम्हारी आंखो में रुक सी जा रही थी
ऐसी ही अजीब सी कहानी है मेरी
उस रात शहर रोशनी में डूबा था
तुम्हारे बिना वो वक़्त भी झूठा था
वो तुम्हारी जुल्फे जिसकी एक नादानी थी
वो बार बार तुम्हारे चेहरे को सता रही थी
To be continue.......
©Ajeet Singh
#Lifelight