पन्ने पन्ने पर तुझे लिखा है, मैंने
बस तुझे उसके अर्थ निकालने है।
शब्दो मे सूरत लिखी है मैंने
तूझे बस शिनाख्त करनी है ।
महरूम हूँ वफ़ा इश्क से मैं अभि
दिल्लगी की है किससे ये तुझे बताना है।
देखो ! कुछ याद नही है, मुझे
लिखा क्या है मैंने ये तुझे बताना है ।
©अभिषेक सिंह
#kitaab