!! किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है.....!!
हम एक नया रिश्ता पैदा ही क्यों करे !!
जब हमको यु बिछड़ना है तो हम झगड़ा ही क्यों करे !!
अपनी उन ख़ामोशी से अदा हो रस्म- ए - दूरी मे
हम बे वजह लड़ कर कोई हंगामा ही क्यो करे !!
ये काफ़ी है कि हम आपका दुश्मन दुश्मन नहीं है !!
तो हम वो वफ़ादारी का दावा ही क्यों करे !!
कहे कलम सूर्य की तुम हमारी ही ग़ज़ल का इंतज़ार क्यो ही करे !!
हम तुम्हारी उस कहानी का हिस्सा ही क्यो बने !!
तुम हमारी ही तम्मना क्यों ही करोगे ?
और हम तुम्हारी ही तमन्ना क्यों ही करे ? !!
हमारी दुनिया की परवाह नहीं है तो
हम भी दुनिया की परवाह ही क्यों करे !!
©Shivkumar barman
!! किसी ने बड़ी कमाल की बात कही है.....!!
हम एक नया #रिश्ता पैदा ही क्यों करे !!
जब हमको यु #बिछड़ना है तो हम झगड़ा ही क्यों करे !!
अपनी उन #ख़ामोशी से अदा हो रस्म- ए - दूरी मे
हम बे वजह लड़ कर कोई हंगामा ही क्यो करे !!