हम हैं बाज धरती मां के खुले आसमान में उड़ते।
साथ में गौरव वसुंधरा का हाथ में लेकर चलते।
स्थापित करते हैं वहां जहां न कोई पहुंच पाया
चांद पर भी देखो हमने राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
एक धमाका हुआ अभी तो दूसरा धमाका बांकी है।
पी ओ के पर जाकर हमें अभी अपनी धाक जमानी है।
चांद होगा किसी के ध्वज में हम तो ध्वज को चांद पर रखते हैं
मजबूत फौलादी सीना यहां सीमा पर हर जवान रखते हैं।
निमिषा गोस्वामी
©Nimisha Goswami
#वन्देमातरम