हम पे भी मेहरबाँ हर एक रात हुआ करती है.. आँख लगते | हिंदी शायरी

"हम पे भी मेहरबाँ हर एक रात हुआ करती है.. आँख लगते ही आपसे मुलाका़त हुआ करती है.. ©Varun Vashisth"

 हम पे भी मेहरबाँ हर एक रात हुआ करती है..
आँख लगते ही आपसे मुलाका़त हुआ करती है..

©Varun Vashisth

हम पे भी मेहरबाँ हर एक रात हुआ करती है.. आँख लगते ही आपसे मुलाका़त हुआ करती है.. ©Varun Vashisth

#allalone

People who shared love close

More like this

Trending Topic