✍भारत और भारतीय✍
मैं भारत हूँ, मैं सबका हूँ।
मैं भारतीय हूँ, सब मेरे हैं।।
मैं भारत हूँ, मैं वीरों का जन्मदाता हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं वीरों की सुनता गाथा हूँ।।
मैं भारत हूँ, मैं नारी का रक्षक हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं शक्ति का उपासक हूँ।।
मैं भारत हूँ, मैं बहती गंगा धारा हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं उस माँ गंगा में खाता हिलोरा हूँ।।
मैं भारत हूँ, मैं साम्प्रदायिकता का पुजारी हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं हर जाति-धर्म का हकदारी हूँ।।
मैं भारत हूँ, मैं दधीचि का त्याग हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं त्याग की एक आग हूँ।।
मैं भारत हूँ, मैं राणा का स्वाभिमान हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं उसी लहू की संतान हूँ।
मैं भारत हूँ, मैं तेरी रग-रग में सम्मिलित हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं तेरे कण-कण में मिश्रित हूँ।
दाधीच प्रवीण शर्मा,
नागौर, राजस्थान।
©dadhichpraveensharma
✍भारत और भारतीय✍
मैं भारत हूँ, मैं सबका हूँ।
मैं भारतीय हूँ, सब मेरे हैं।।
मैं भारत हूँ, मैं वीरों का जन्मदाता हूँ।
मैं भारतीय हूँ, मैं वीरों की सुनता गाथा हूँ।।