Unsplash ए मोहब्बत सुन! आज फिर तेरे नाम पे रोना आया।
कुदरत का फैसला था इश्क के अंजाम पे रोना आया।
जो गुजरे थे साथ तेरे, वो लम्हें तमाम पे रोना आया।
जंचते थे नाम हमारे साथ में, उस नाम पे रोना आया।
©Anjuu
#L♥️ve
दिल की जिस गहराई में आके बस गए हो तुम,
तुम्हें वहां से निकालने के लिए मुझे एकबार तो मरना होगा!