Trust yourself because जिस तरह झरने के दो किनारे | हिंदी Poetry

"Trust yourself because जिस तरह झरने के दो किनारे होते हैं,और झरना उन्ही दो किनारो के बिच बहती है,ठिक उसी प्रकार मनुष्य के जीवन का भी दो किनारा है, पहला सुख और दुसरा दुख ©Prakash Kumar"

 Trust yourself because  जिस तरह झरने के दो किनारे होते हैं,और झरना उन्ही दो किनारो के बिच बहती है,ठिक उसी प्रकार मनुष्य के जीवन का भी दो किनारा है, पहला सुख और दुसरा दुख

©Prakash Kumar

Trust yourself because जिस तरह झरने के दो किनारे होते हैं,और झरना उन्ही दो किनारो के बिच बहती है,ठिक उसी प्रकार मनुष्य के जीवन का भी दो किनारा है, पहला सुख और दुसरा दुख ©Prakash Kumar

कहानी

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