कह दिया करते थे हम हर बात को पर अब खामोश बैठे रहने को मन कहता हैं अगर तुम मुझे सुना तो कहने का मन करता है पर अब पहले जैसी बात नहीं है वो खूबसूरत सौगात भी नहीं है सब कुछ पीछे रहे गया उस मोड़ पे तुम आगे बढ़ गए में वही खड़ी रहे गई
©Neelam Malviya (suryawanshi)