"अब संभलना होगा अपने लिए नहीं तो
अपनो के लिए ही सही
पर अब खुदको अन्दर से बदलना होगा
क्योंकी बात ये हकीकत हैं
की ये कोई नहीं कहता
की अपने धर्म के पीछे
इन्सानियत के कर्म छोड़ दो
ओर गलत राह से दौलत कमाकर
किसी का सुकून छीनकर
खुदके गलत फैसलों से
अपनों को दर्द देकर
अपनी जिंदगी को गलत राह पर मोड़ दो !
©–Muku2001
"