उसने हर रोज कुछ नया सीखा था फिर शाम को उसको सीचा | हिंदी Shayari Vide
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उसने हर रोज कुछ नया सीखा था
फिर शाम को उसको सीचा था
उसकी बेल चलाई थी
जिसको जरूरत हुई उनके आगे
बार बार बातें दोहराई थी।
एक शख्स ने जिंदगी कुछ यूं बिताई थी।
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उसने हर रोज कुछ नया सीखा था
फिर शाम को उसको सीचा था
उसकी बेल चलाई थी
जिसको जरूरत हुई उनके आगे
बार बार बातें दोहराई थी।
एक शख्स ने जिंदगी कुछ यूं बिताई थी।