चंदा वे चंदा तू क्यूँ बनता बिगड़ता है । ये रात तेरी है क्यूँ छोड़ बिछड़ता है ।। देख कभी आ खिड़की से ओ हरजाई । काला काला आंसमा कैसे बिखरता है ।। ©Devansh Parashar #parent Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto