तुम गुलाब जैसी हो प्रिय
मैं कांटे जैसा बन जाऊंगा
तुम महकती हो मुझमें इस तरह प्रिय
मैं तुझमें ही रह जाऊंगा
तुम रौनक हो मेरे घर की प्रिय
मैं बहार बनकर आऊंगा
तुम मुझसे शामिल हो प्रिय
मैं तुझमें पूरा हो जाऊंगा
©Zoya Ek Sukoon
#Gulaab Gurpreet sivia(ਗੁਰਪ੍ਰੀਤ ਸਿਵੀਆ) शब्दरत्न कवि सम्मेलन @Asif Hindustani Chouhan Saab @Rajat Himachal Wale