ज़िंदगी जीने की चाहत होनी चाहिए फिर चाहे उम्र किसी
"ज़िंदगी जीने की चाहत होनी चाहिए
फिर चाहे उम्र किसी भी मोड़ पर क्यों ना हो...!
.
कला होनी चाहिए
समय से खुशियाँ चुराने की
फिर चाहे सामने बंदूक ही क्यों ना हो...!"
ज़िंदगी जीने की चाहत होनी चाहिए
फिर चाहे उम्र किसी भी मोड़ पर क्यों ना हो...!
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कला होनी चाहिए
समय से खुशियाँ चुराने की
फिर चाहे सामने बंदूक ही क्यों ना हो...!