ग़ुब्बारे लो ग़ुब्बारे चार आने की ग़ुब्बारे
लाल पीले नीले हैं ग़ुब्बारे रंगीले हैं
पकड़ के रखना हाथों में ग़ुब्बारे शर्मीले हैं
ग़ुब्बारे लो ग़ुब्बारे चार आने की ग़ुब्बारे
उंगली पर धागा होगा उस पर ग़ुब्बारा होगा
धागा है उम्मीदों का, ग़ुब्बारा तदबीरों का
धागा छूट न पाए कभी दिल ये टूट न जाए कहीं
ग़ुब्बारे लो ग़ुब्बारे चार आने की ग़ुब्बारे
ग़ुब्बारे की मानिंद बस आसमान को तकना तुम
आशाओं की डोरी से गुब्बारे से बंधना तुम
दुनिया से ना डरना तुम आपस में ना लड़ना तुम
ग़ुब्बारे लो ग़ुब्बारे चार आने की ग़ुब्बारे
©Kausar Raza
#airballoon